घर की लड़की बैखौफ घूमे ये कहाँ हम पुरुषों को भाता है
ऐसा भी क्या समाज कैसी सुरक्षा जहाँ न गुंडों का खौफ सताता है
वो अपराधी भी तो इंसान हैं क्या उन्हें जीने का अधिकार नहीं
नेताओं के लड़के हैं गलती हो जाती है उनसे उनपर करो तुम वार नहीं
क्या समझा है तुमने योगी वो क्या UP जिसमे त्राहिमाम हाहाकार नहीं
क्या हुआ जो तुमने अपराधों को कम किया
क्या हुआ जो बिजली पानी घर घर का संकल्प लिया
कितनो का रोजगार छीना जो भ्रष्टाचार कम किया
कितनो की दलाली छीनी जो लोगों तक फायदा तुम सीधे पहुंचाए
क्या किया जो तुमने कितने शौचालय बनवाये
क्या हुआ जो तुम राम लला को घर ले आये
अपने सगे भाई बहन को न फायदा तुमने पहुँचाया
क्या तुम किसी जाती विशेष का फायदा करोगे
ऐसी निरपेक्ष ईमानदार नीति से न तुम गुंडों की जेब भरोगे
दंगा मुक्त प्रदेश कर तुमने कितनो के धंदे बंद कराये
मजहब के नाम पे राजनीति करने वाले कितने जेल पहुंचाए
कितने बाहुबली जेल पहुंचाए जिनके नाम से उप्र थर्राता था
किसी किसी पार्टी मैं तो इन बाहुबलियों का मेला सा लग जाता था
जो आतंक का पर्याय बन अब तक अपनी दुकान चलाते थे
उनकी इंसानियत की न सोची तुम उनके घर बुलडोज़र चलवाते थे
जेल में डाला दंगाइयों को जिसने संपत्ति का नुक्सान किया
वो भी तो इंसान थे योगी जिन दंगाइयों से तुमने मुक्त किया
घर की इज्जत घर में भली घर से बहार ही क्यों जाना है
लड़को से तो गलती होती रहती है ऐसा माहौल बनाना है
सुशासन नहीं कुशासन और दंगाइयों को जिताना है
वो भी तो इंसान हैं उन अपराधी और दंगाइयों को जेल से छुड़वाना है
योग्यता के आधार पर नहीं भीख मांग के जीवन ये बिताना है
फिर उप्र मैं त्राहिमाम की आवाज को बढाना है
और ये सब चीखपुकार मारकाट हो सके इसलिए योगी को नहीं जिताना है
2 comments:
Waah waah ❤️👍
thnx
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