एक कामयाब आशिक़: तुम साथ होती हो तो वक़्त ठहर सा जाता है
नाकामयाब आशिक़: तुम्हारे बिना मनो वक़्त थम सा गया है
आईटी इंजीनियर: इंजीनियरिंग क्या चुनी वक़्त मानो थम सा गया है, कॉलेज के साथ जिंदगी ने लेनी शुरू की, तब से ये सिलसिला बदस्तूर जारी है
पुष्पेश पांडेय
6 नवंबर 2020